7th Pay Commission DA Update:सरकारी नौकरी करने वालों और सेवानिवृत्त लोगों के लिए एक राहत भरी सूचना मिल रही है। शासन द्वारा शीघ्र ही महंगाई से जुड़े भत्तों में वृद्धि की घोषणा की जा सकती है। चलिए इस प्रस्तावित बढ़ोतरी के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
पिछली बढ़ोतरी की जानकारी
मार्च 2024 में, केंद्र सरकार ने DA और DR में 4% की वृद्धि की थी। इस बढ़ोतरी के बाद, कर्मचारियों का महंगाई भत्ता मूल वेतन का 50% हो गया था। यह वृद्धि जनवरी 2024 से लागू की गई थी।
नई बढ़ोतरी की संभावना
सूत्रों के अनुसार, सरकार सितंबर के अंतिम सप्ताह में DA और DR में 3% से 4% तक की बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है। यह बढ़ोतरी जुलाई 2024 से लागू होने की उम्मीद है।
बढ़ोतरी का प्रभाव
अगर 4% की बढ़ोतरी होती है, तो एक कर्मचारी जिसका मूल वेतन 18,000 रुपये है, उसके महीने के वेतन में लगभग 720 रुपये की वृद्धि होगी। इसी तरह, 25,000 रुपये मूल वेतन वाले कर्मचारी के वेतन में करीब 1,000 रुपये का इजाफा होगा।
बकाया राशि का भुगतान
अगर सितंबर के अंत तक बढ़ोतरी का ऐलान हो जाता है, तो कर्मचारियों को अक्टूबर की सैलरी में नई दर से भुगतान मिल सकता है। साथ ही, जुलाई से सितंबर तक के तीन महीने का बकाया भी मिलने की संभावना है।
DA और DR में अंतर
महंगाई भत्ता (DA) केंद्रीय सरकार के कार्यरत कर्मचारियों को दिया जाता है, जबकि महंगाई राहत (DR) पेंशनभोगियों को मिलती है। दोनों का उद्देश्य बढ़ती महंगाई से राहत देना है।
बढ़ोतरी का निर्धारण
महंगाई भत्ते और राहत की वृद्धि पूरे देश के खर्च सूचकांक पर निर्भर करती है। प्रायः सरकार वर्ष में दो अवसरों पर – नए साल की शुरुआत और साल के मध्य में इसमें बदलाव लाती है।
समय-सारिणी
सामान्यतः, जनवरी की बढ़ोतरी का ऐलान मार्च में होली के आसपास और जुलाई की बढ़ोतरी का ऐलान दिवाली के करीब किया जाता है। हालांकि, इस बार यह थोड़ा पहले हो सकता है।
राजनीतिक संदर्भ
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सरकार हरियाणा विधानसभा चुनाव (5 अक्टूबर) के करीब इस बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है।
यद्यपि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को जल्द ही अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है। यह बढ़ोतरी उनके लिए महंगाई से निपटने में मददगार साबित होगी। कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक सूचना का इंतजार करें और अपने वित्तीय नियोजन में इस संभावित बढ़ोतरी को ध्यान में रखें।