CM ladli behna Yojana:मध्य प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। ‘लाडली बहना योजना’ के माध्यम से, राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह योजना महिला सशक्तिकरण मिशन का एक अहम हिस्सा है।
योजना के मुख्य बिंदु
1. मासिक सहायता राशि: शुरुआत में 1250 रुपये प्रति माह दिए जाते थे। अब यह राशि बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी गई है।
2. लाभार्थियों की संख्या: वर्तमान में लगभग 1.29 करोड़ महिलाएँ इस योजना का लाभ उठा रही हैं।
3. भुगतान की तिथि: हर महीने की 1 से 10 तारीख के बीच राशि का भुगतान किया जाता है।
16वीं किस्त की जानकारी
– सितंबर माह में योजना की 16वीं किस्त जारी होने वाली है।
– मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं इस किस्त को जारी करेंगे।
– अनुमान है कि यह किस्त 9 या 10 सितंबर को जारी की जाएगी।
किस्त की राशि
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि 16वीं किस्त में 1250 रुपये मिलेंगे या 1500 रुपये। हालाँकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1500 रुपये मिलने की संभावना है। आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।
भुगतान की जाँच कैसे करें
लाभार्थी महिलाएँ निम्न तरीकों से अपने भुगतान की स्थिति जाँच सकती हैं:
1. बैंक शाखा: अपनी नजदीकी बैंक शाखा में जाकर।
2. फोन-पे: जो महिलाएँ फोन-पे का उपयोग करती हैं, वे घर बैठे ही जाँच कर सकती हैं।
3. आधिकारिक पोर्टल: ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी जाँच की जा सकती है।
ऑनलाइन भुगतान की स्थिति जाँचने के चरण
1. आधिकारिक वेबसाइट cmladlibahna.mp.gov.in पर जाएँ।
2. “आवेदन की स्थिति देखें” पर क्लिक करें।
3. लाडली बहना योजना क्रमांक या समग्र आईडी दर्ज करें।
4. सुरक्षा अंक लिखें और पुष्टि संदेश पाएँ।
5. OTP दर्ज करके “खोजें” बटन पर क्लिक करें।
6. “आवेदन की स्थिति देखें” पर क्लिक करके भुगतान विवरण देखें।
योजना का महत्व
लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह न केवल उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और स्वावलंबन को भी बढ़ावा दे रही है। इस तरह की पहल से महिलाओं का सामाजिक और आर्थिक स्तर ऊँचा उठेगा, जो अंततः पूरे समाज के विकास में योगदान देगा।
यह योजना मध्य प्रदेश सरकार की महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। नियमित आर्थिक सहायता से महिलाएँ अपने और अपने परिवार के लिए बेहतर निर्णय ले सकेंगी। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।