Big Increase in DA:केंद्र सरकार ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है जो लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत भरा साबित होगा। आइए इस फैसले के बारे में विस्तार से जानें।
महंगाई भत्ते में 4% की वृद्धि
मोदी सरकार ने महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में 4% की बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। यह वृद्धि 1 जनवरी 2024 से लागू होगी। इस फैसले से करीब 49.18 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 67.95 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे।
नई दरें और उनका प्रभाव
इस बढ़ोतरी के बाद केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का डीए और डीआर 46% से बढ़कर 50% हो जाएगा। यह वृद्धि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार की गई है। इस फैसले से सरकारी खजाने पर सालाना 12,868.72 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
महंगाई भत्ता क्या है और इसकी गणना कैसे होती है?
महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों के वेतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए दिया जाता है। डीए की गणना के लिए एक निश्चित फॉर्मूला का इस्तेमाल किया जाता है, जो सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है।
बढ़ोतरी का व्यावहारिक प्रभाव
उदाहरण के तौर पर, एक कर्मचारी जिसका मूल वेतन 18,000 रुपये है, उसे पहले 8,280 रुपये (46%) डीए मिलता था। अब उसे 9,000 रुपये (50%) डीए मिलेगा। इस प्रकार उसकी मासिक आय में 720 रुपये की वृद्धि होगी।
अन्य भत्तों पर प्रभाव
डीए में बढ़ोतरी का असर अन्य भत्तों पर भी पड़ेगा। इस बार कई भत्तों में 25% की बढ़ोतरी की गई है, जिनमें मकान किराया भत्ता, परिवहन भत्ता, कैंटीन भत्ता, और कई अन्य शामिल हैं।
मकान किराया भत्ते में बदलाव
मकान किराया भत्ते (HRA) में भी बदलाव किए गए हैं। X श्रेणी के शहरों में HRA 27% से बढ़कर 30%, Y श्रेणी में 19% से 20%, और Z श्रेणी में 9% से 10% हो गया है।
अन्य राज्यों में DA बढ़ोतरी
केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों के लिए डीए में बढ़ोतरी की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों ने भी इसी तरह की घोषणाएँ की हैं।
डीए बढ़ोतरी का महत्व
यह वृद्धि कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह कर्मचारियों की क्रय शक्ति को बनाए रखने में मदद करेगी और बढ़ती महंगाई से राहत देगी। इससे कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार होगा। साथ ही, अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ेगी, जिससे आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
केंद्र सरकार का यह फैसला लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत लेकर आया है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगा, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस तरह की बढ़ोतरी का लाभ तभी मिलेगा जब महंगाई पर नियंत्रण रहे और अर्थव्यवस्था स्थिर गति से आगे बढ़े।